मध्य प्रदेश के सोयाबीन उत्पादक किसानों के लिए एक बड़ी राहत की खबर! राज्य सरकार ने Bhavantar Yojana को 8 साल बाद फिर से शुरू किया है, जिसके तहत बाजार में समर्थन मूल्य (MSP) से कम कीमत पर फसल बिकने पर अंतर की राशि सीधे किसानों के खाते में जमा होगी। पंजीकरण प्रक्रिया 3 अक्टूबर 2025 से शुरू होकर 17 अक्टूबर 2025 तक चलेगी। किसान ई-उपार्जन पोर्टल, PACs, CSC या MP Kisan ऐप से आसानी से रजिस्टर कर सकते हैं। सोयाबीन की खरीदी 24 अक्टूबर 2025 से 15 जनवरी 2026 तक होगी।
2 अक्टूबर को सभी ग्राम पंचायतों में विशेष ग्रामसभा होगी, जहां योजना की जानकारी दी जाएगी। अगर आप सोयाबीन किसान हैं, तो यह योजना आपके नुकसान से बचाव का मजबूत हथियार साबित हो सकती है। आइए, Bhavantar Yojana 2025 की पूरी डिटेल्स, लाभ, पात्रता, पंजीकरण प्रक्रिया और महत्व पर विस्तार से जानते हैं।

Bhavantar Yojana का उद्देश्य: किसानों को उचित मूल्य की गारंटी
Bhavantar Yojana (भावांतर भुगतान योजना) मध्य प्रदेश सरकार की एक क्रांतिकारी पहल है, जो 2017 में शुरू हुई थी लेकिन 2018 में बंद हो गई। 2025 में इसे फिर से लॉन्च किया गया है, खासकर सोयाबीन जैसे प्रमुख फसलों के लिए। योजना का मुख्य मकसद किसानों को बाजार की अस्थिरता से बचाना है। अगर MSP से कम कीमत मिलती है, तो सरकार अंतर की राशि DBT से खाते में डाल देगी। इससे किसान मजबूरी में सस्ते दामों पर फसल नहीं बेचेंगे, और उनकी आय स्थिर रहेगी।
- लॉन्च: 2017 में, 2025 में पुनः शुरू।
- फसल: सोयाबीन (MSP ₹4,892/क्विंटल)।
- खरीदी अवधि: 24 अक्टूबर 2025 से 15 जनवरी 2026।
- पंजीकरण: 3-17 अक्टूबर 2025।
- ग्रामसभा: 2 अक्टूबर को सभी पंचायतों में जानकारी।
- बैठक: 3 अक्टूबर को प्रभारी मंत्री, सांसद, विधायक के साथ।
यह योजना किसानों को प्रोत्साहित करती है कि वे बाजार में वाजिब मूल्य पाएं, और नुकसान न उठाएं। एडीएम राजीव रंजन पांडेय और उप संचालक कृषि जे.आर. हेडाउ ने बताया कि यह किसानों को आर्थिक सुरक्षा देगी।
लाभ: MSP से कम बिक्री पर अंतर राशि की भरपाई
Bhavantar Yojana के तहत किसानों को नुकसान से बचाने के लिए सरकार अंतर की राशि देगी:
- मुख्य लाभ: MSP (₹4,892/क्विंटल) से कम बिक्री पर अंतर राशि DBT से।
- उदाहरण: अगर सोयाबीन ₹4,000/क्विंटल बिकती है, तो ₹892/क्विंटल सरकार देगी।
- अन्य फायदे: मंडी में ‘भावांतर सहायता डेस्क’ स्थापित, आसान पंजीकरण।
- प्रभाव: किसानों की आय स्थिर, बाजार पर निर्भरता कम।
- 2025 अपडेट: ई-उपार्जन पोर्टल से डिजिटल ट्रैकिंग।
यह योजना खरीफ फसल सोयाबीन के लिए विशेष है, जो मध्य प्रदेश के किसानों की मुख्य आय का स्रोत है।
पात्रता मानदंड: सोयाबीन उत्पादक किसान
Bhavantar Yojana का लाभ लेने के लिए मुख्य शर्तें:
- किसान श्रेणी: सोयाबीन उत्पादक, छोटे/सीमांत किसान प्राथमिकता।
- जमीन: कम से कम 1 एकड़ सोयाबीन की फसल।
- निवास: मध्य प्रदेश का स्थायी निवासी।
- अन्य: आधार कार्ड, बैंक खाता, फसल विवरण (खरीफ 2025)।
- अयोग्य: बड़े किसान, गैर-सोयाबीन फसलें।
SC/ST/OBC किसानों को अतिरिक्त प्राथमिकता। पंजीकरण अनिवार्य।
पंजीकरण प्रक्रिया: 3-17 अक्टूबर तक आसान
पंजीकरण प्रक्रिया डिजिटल है, और मंडी में डेस्क की सुविधा:
- ऑनलाइन: e-uparjan.gov.in या MP Kisan ऐप पर लॉगिन।
- डिटेल्स भरें: आधार, बैंक खाता, फसल विवरण (सोयाबीन, क्षेत्रफल)।
- OTP वेरिफिकेशन: मोबाइल पर OTP से कन्फर्म।
- सबमिट: कन्फर्मेशन SMS, ट्रैकिंग ID प्राप्त।
- ऑफलाइन: PACs, CSC या मंडी डेस्क पर फॉर्म जमा।
- ग्रामसभा: 2 अक्टूबर को पंचायत में जानकारी।
- वेरिफिकेशन: विभाग द्वारा 15 दिनों में।
हेल्पलाइन: 0755-4019400। फॉर्म मुफ्त।
फीचर्स टेबल: Bhavantar Yojana की मुख्य विशेषताएं
फीचर | विवरण |
---|---|
पंजीकरण अवधि | 3-17 अक्टूबर 2025 |
खरीदी अवधि | 24 अक्टूबर 2025 – 15 जनवरी 2026 |
फसल | सोयाबीन (MSP ₹4,892/क्विंटल) |
लाभ | MSP से कम बिक्री पर अंतर राशि DBT से |
पात्रता | सोयाबीन उत्पादक किसान, मध्य प्रदेश निवासी, आधार-बैंक लिंक्ड |
आवेदन मोड | ई-उपार्जन पोर्टल, PACs, CSC, MP Kisan ऐप |
ग्रामसभा | 2 अक्टूबर को सभी पंचायतों में |
डेस्क | मंडी में भावांतर सहायता डेस्क |
हेल्पलाइन | 0755-4019400 |
2025 अपडेट | 8 साल बाद पुनः शुरू, डिजिटल ट्रैकिंग |
चुनौतियां और सुझाव: सफल पंजीकरण के टिप्स
- चुनौतियां: पंजीकरण में देरी, दस्तावेज अपडेट, जागरूकता की कमी।
- सुझाव: 3 अक्टूबर से ही अप्लाई करें, ग्रामसभा में शामिल हों। आधार e-KYC रखें। फर्जी एजेंट्स से बचें।
निष्कर्ष: Bhavantar Yojana से किसानों का सशक्तिकरण
Bhavantar Yojana 2025 सोयाबीन किसानों के लिए उचित मूल्य की गारंटी देगी। 17 अक्टूबर तक e-uparjan.gov.in पर पंजीकरण करें, और 2 अक्टूबर की ग्रामसभा में शामिल हों। यह न सिर्फ नुकसान बचाएगी, बल्कि किसानों की आय को स्थिर करेगी। खेती का सही दाम, किसान का सम्मान!
नोट: यह जानकारी सरकारी स्रोतों पर आधारित है। तिथियां बदल सकती हैं, इसलिए e-uparjan.gov.in से कन्फर्म करें।